जानिए क्यों अभिनेत्री एरिका फर्नांडिस (Erica Fernandes) ने फिल्म जगत को कहा अलविदा
एरिका फर्नांडिस (Erica Fernandes) टीवी जगत में आने से पहले कई दक्षिण भारतीय फिल्मों में नजर आई थीं –
एरिका फर्नांडीस (Erica Fernandes) जो टेलीविजन जगत में अपना नाम लिखने से पहले कई दक्षिण भारतीय फिल्मों में नजर आई थीं। उन्होंने अपनी किशोरावस्था से ही, तेलुगु, तमिल और कन्नड़ फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया था। पुनीत राजकुमार जैसे प्रमुख कलाकारों के साथ भी इन्होंने काम किया लेकिन उन्हें दक्षिण भारतीय अभिनेत्री के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब नहीं मिल सकी । इसके बाद उन्होंने हिंदी टेलीविजन शोज और संगीत वीडियोज में अभिनय किया। एरिका फर्नांडीस का टेलीविजन उद्योग में प्रवेश एक नए मोड़ से हुआ जिसने उन्हें बहुत ही प्रसिद्ध बनाया। उनकी प्रस्तुति, उनके अभिनय के शैली और उनकी उपस्थिति ने उन्हें दर्शकों के दिलों में बैठा दिया। इससे पहले की वह एक सशक्त और प्रभावशाली टेलीविजन अभिनेत्री बनीं, वह एक अभिनेत्री के रूप में अपने प्रदर्शनों से सिनेमा के दरवाजे खोल चुकी थीं।
निर्देशक सासी ने तभी एरिका फर्नांडीस (Erica Fernandes) को तमिल फिल्म ‘ऐंथू ऐंथू ऐंथू’ के लिए लिया था, जब वह एक अन्य फिल्म की शूटिंग कर रही थी। निर्देशक सासी ने उन्हें फिल्म में एक सॉफ़्टवेयर इंजीनियर की भूमिका का प्रस्ताव दिया था। अन्य फिल्मों की रिलीज़ में देरी होने के कारण उन्होंने सासी की फिल्म के साथ अपना डेब्यू किया। 2014 में एरिका ने पुनीत राजकुमार के साथ कन्नड़ फिल्म ‘निन्निंदले’ में भूमिका निभाई। हालांकि फिल्म कामयाब रही पुनीत को इस फिल्म के लिए सम्मानित किया गया और एरिका का कन्नड़ में डेब्यू अदृश्य रह गया। इसके बावजूद उनकी अभिनयी योग्यता और प्रतिभा को समझा जाना उचित नहीं था। उनका योगदान काम में आया लेकिन उनकी पहचान को सम्मान नहीं मिला।
जल्द ही, एरिका फर्नांडीस (Erica Fernandes) ने अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘बब्लू हैप्पी है’ को हाथ में लिया । इसका निर्देशन नीला माधव पांडा ने किया था। इस बीच, ‘गलिपटम’ ने उनका तेलुगु में डेब्यू किया। फिल्म को विविध समीक्षा मिली और एरिका को उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए सराहना मिली। हालांकि चीजें अभिनेत्री के पक्ष में नहीं गईं और धीरे-धीरे वह दक्षिण भारतीय फिल्मों से गायब हो गई। उनका अंतिम झलक 2017 की तमिल फिल्म ‘विज़ितिरु’ में दिखाई दी गयी थी। इससे पहले की वह बाहर निकली , उन्होंने अपनी अद्भुत कला के प्रदर्शन और अभिनय की अद्वितीयता से कई लोगों के दिलों में जगह बना ली थी। उनके साथी कलाकारों का भी उन्हें विशेष रूप से सम्मान मिला था।
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E Times के साथ बातचीत में एरिका फर्नांडीस (Erica Fernandes) ने दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग में परिभाषित होने के बारे में खुलकर बताया। उन्होंने यह भी याद किया कि उनसे उनकी शारीरिक स्थिति के कारण पैडिंग करने के लिए कहा गया था। एरिका ने कहा, “उस समय मैं बहुत ही पतली थी। जब मैं 18 साल की थी तब मैं दक्षिणी फिल्मों में काम करने लगी थी। मैंने कुछ साल काम किया। उस समय मुझे मुद्दों का सामना करना पड़ा। मेरा वजन कम था और फ़िल्मी एक्ट्रेस के अनुसार मेरी फिटनेस नहीं थी। उनके अन्दर वजन कम होने के कारण चरित्र में प्रस्तुत करने के लिए पैडिंग की जरूरत पड़ी। मैंने उन मुद्दों का सामना किया है। मुझे लगता है कि मैं अब ऐसा कुछ नहीं करूंगी।”
एरिका फर्नांडीस (Erica Fernandes) का अंतिम टेलीविजन प्रस्तुति सोनी टीवी शो ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी में था, जिसमें उन्होंने डॉ सोनाक्षी बोस की भूमिका निभाई। यह शो उनके 2016 के नाम के शो का एक रीबूट था। एरिका फर्नांडीस (Erica Fernandes) ने इस शो में अपनी शानदार प्रस्तुति के साथ दर्शकों के दिलों में जगह बना ली थी। इस शो ने उन्हें नई माने जाने वाले रंगों के साथ दिखाया और उनका काम उत्कृष्टता की ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रशंसा की गई। इस शो ने उनकी अभिनय क्षमता को और उनकी प्रतिभा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। एरिका ने इस नए अवतरण में उनकी प्रेरणा और व्यक्तित्व को नए रंगों में पेश किया और दर्शकों को अपने निखारे हुए अभिनय से प्रभावित किया।
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