पूर्व मॉडल दिव्या (divya pahuja) पहुजा की गुरुग्राम होटल में हुई हत्या जानिये कैसे..?
पूर्व मॉडल दिव्या पहुजा (divya pahuja) की गुरुग्राम होटल में हुई हत्या, झूठे एनकाउंटर के मामले में जमानत पर थी बाहर –
पूर्व मॉडल दिव्या पहुजा (divya pahuja) को गुरुग्राम गैंगस्टर संदीप गड़ोली के झूठे एनकाउंटर से संबंधित मामले में सात साल के लिए कैद में रखा गया था। दिव्या पहुजा (divya pahuja) रिपोर्टेडली गड़ोली की गर्लफ्रेंड थी दिव्या पहुजा को पिछले साल जून में जमानत पर रिहा किया गया था। मंगलवार को गुरुग्राम होटल में उनकी कथित हत्या हो गई।
दिव्या पहुजा (divya pahuja) की बहन द्वारा दर्ज की गई शिकायत के अनुसार 2 जनवरी को पूर्व मॉडल दिव्या पहुजा अभिजीत सिंह के साथ बाहर गई थीं, अभिजीत सिंह दिल्ली के एक व्यापारी और उस होटल के मालिक थे, जहां दिव्या पहुजा (divya pahuja) की कथित हत्या हुई थी। पहुजा 2 जनवरी सुबह तक अपने परिवार से संपर्क में थीं। उनका मोबाइल नंबर उस दिन बाद से बंद हो गया । शिकायतकर्ता दिव्या पहुजा (divya pahuja) की बहन ने अभिजीत सिंह को कॉल किया, लेकिन उसने दिव्या पहुजा (divya pahuja) के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
कोन है दिव्या पहुजा ?
दिव्या पहुजा एक मॉडल थी जो गुरुग्राम के कुख्यात गैंगस्टर संदीप गडोली की प्रेमिका थी। 2016 में एक होटल में मुंबई में हुई घटना में संदीप का एनकाउंटर हो गया था और इस घटना में दिव्या पहुजा भी शामिल थीं। दिव्या पहुजा (divya pahuja) गुरुग्राम के सेक्टर – 7 में स्थित बलदेव नगर की निवासी थी दिव्या पहुजा (divya pahuja) गड़ोली की मौत के संबंध में सात साल की क़ैद के बाद जमानत पर बाहर आई थी। पुलिस ने कहा कि वह शहर के होटल के मालिक अभिजीत सिंह को ब्लैकमेल कर रही थीं, इसलिए मंगलवार रात अभिजीत सिंह ने अपनी प्रॉपर्टी में उनका क़त्ल कर दिया।
सहायक कमिश्नर ऑफ पुलिस सिटी एसपी मुकेश कुमार के अनुसार गुरुग्राम पुलिस को इस मामले के बारे में चेतावनी मिली और दिव्या पहुजा मर्डर केस की जाँच शुरू की गई। सहायक कमिश्नर ऑफ पुलिस मुकेश कुमार ने कहा कि उन्होंने पहुजा की हत्या के लिए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है अभिजीत सिंह, और उसके कर्मचारी हेमराज, और ओम प्रकाश। यह संदिग्ध लोग शव को फेंकने के लिए एक बीएम डब्ल्यू कार में होटल से भागे थे उन्हें बाद में होटल से गिरफ्तार किया गया।
मामले का विवरण देते हुए पुलिस ने कहा कि गड़ोली एक नामी गैंगस्टर था जिस पर कई हत्याओं का आरोप था और उसने दो साल से भी ज्यादा समय तक पुलिस को परेशान कर रखा था, 6 फरवरी 2016 को मुंबई के एक होटल में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। हालांकि मुंबई पुलिस का कहना था कि जेल में बंद गैंगस्टर वीरेंद्र कुमार जिसका उपनाम बाइंडर गुज्जर है उसने हरियाणा पुलिस के कर्मचारियों के साथ मिलकर गड़ोली को मारने के लिए षड़यंत्र रचा था, जिसे दिव्या पहुजा (divya pahuja) की मदद से किया गया था, तब दिव्या पहुजा (divya pahuja) गड़ोली की गर्लफ्रेंड थीं।
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A CCTV footage – एक सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया कि अभिजीत सिंह और उनके साथी लौंगी में लिपटे हुए एक शव को खींचके ले जा रहे थे। मंगलवार रात पुलिस ने बताया कि गुरुग्राम के एक होटल में एक महिला की हत्या कर दी गई थी। उसको होटल के मालिक अभिजीत ने मारा था। इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गुरुग्राम क्राइम ब्रांच ने मुख्य संदेह के रूप में अभिजीत सिंह और दो अन्य व्यक्तियों प्रकाश और इंद्राज को गिरफ्तार किया। प्रकाश और इंद्राज दोनों अभिजीत के होटल में काम करते थे। शिकायतकर्ता ने उल्लेख किया कि उनकी बहन दिव्या पहुजा (divya pahuja) गैंगस्टर संदीप गड़ोली के ‘झूठे’ एनकाउंटर की मुख्य गवाह थीं।
दिव्या पहुजा (divya pahuja) को क्यों जेल में डाला गया था
दिव्या पहुजा (divya pahuja) 18 साल की थी तब 2016 में वह गैंगस्टर संदीप गड़ोली के साथ मुंबई गई थी। दोनों मुंबई के एक होटल में ठहरे थे हरियाणा पुलिस सूचना पर कार्रवाई करते हुए उनके कमरे में घुसी और गड़ोली को गोली मार दी। पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने गड़ोली को स्वरक्षा में मारा था लेकिन सीसीटीवी कैमरा रिकॉर्डिंग्स ने दिखाया कि उन्होंने एक सशस्त्र गड़ोली पर गोली चलाई थी। दिव्या पहुजा (divya pahuja) की मां सोनिया पहुजा पर यह आरोप लगाया गया था कि वह हमेशा हरियाणा पुलिस के साथ संपर्क में रहती थीं और गड़ोली के स्थान की जानकारी देती रहती थीं क्योंकि उसकी बेटी गैंगस्टर के साथ थी।
घटना के बाद दिव्या उनकी मां और कुछ पुलिस अधिकारी को भारतीय दण्ड संहिता (IPC) के कई धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने सात सालों तक ट्रायल का समर्थन किया, जिसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत देने का आदेश दिया। दिव्या पहुजा (divya pahuja) के वकील ने मामले में प्रगति की कमी की बात की और कहा कि उनकी उपभोक्ता के मौद्रिक अधिकारों को कैद में लंबे समय तक रखना उन्हें प्रभावित करता है। अत: जेल से छुटने के कुछ महीने बाद ही दिव्या पहुजा (divya pahuja) बेरहमी से हत्या कर दी गई।
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