बाल विवाह मुक्त भारत बनाने हेतु महाअभियान की शुरूआत।

टोंक जिले के विभिन्न स्कूलों, बाल संरक्षण संस्थाओं एवं गांवों मे ली गई बाल विवाह मुक्त (Child Marriage Free) के खिलाफ शपथ !
टोंक (न्यूज़ अपना टोंक)-सिकोईडिकोन संस्था ने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन ( केएससीएफ) के सहयोग से संचालित न्याय तक पहुॅच परियोजना के तहत दिनांक 16 अक्टूबर को बाल विवाह मुक्त (Child Marriage Free) भारत बनाने हेतु महाअभियान की शुरूआत की गई जिसमे बाल विवाह के खिलाफ एक अहम कदम के तौर पर टोंक जिले के मालपुरा एवं निवाई ब्लाॅक मे 150 गांवो मे लगभग 25000 बालक-बालकिओं तथा शिक्षको ने जिले से बाल विवाह को समाप्त करने के लिए शपथ ली। इस दौरान बच्चों की सुरक्षा और देखभाल से जुड़े सभी हितधारकों ने बच्चों को बाल विवाह से बचाने और उनके अधिकारो की सुरक्षा एंव संरक्षण का वादा किया। जिससे जिले और अंततः पूरे भारत को बाल विवाह से मुक्त बनाने की दिषा में एक अहम पड़ाव साबित हो सकता है।
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इस मौके पर प्रधानाध्यापक एंव पदाधिकारियों ने कहा, हम हर बच्चे की सुरक्षा चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर बच्चा न सिर्फ सुरक्षित रहे बल्कि उसे उसके अधिकार भी मिलें। शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े बच्चों के कई अधिकार हैं और एक जिम्मेदार संस्था के तौर पर हम उनके इन अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबघ्द हैं। यह सुनिश्तित करने के लिए कि जिले का हर बच्चा स्वस्थ एंव सुरक्षित रहे और यह बाल विवाह से पूरी तरह मुक्त जिला बने, हम अपने प्रयासों में कोई करार बाकी नहीं रखेंगे।
भारत बाल विवाह मुक्त करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए राज्य के महिला एंव बाल कल्याण विभाग ने अधिसूचना जारी कर भी जिलों के समाज कल्याण अधिाकारियों एंव बाल विकास परियोजना अधिकारियों को, बाल विवाह मुक्त राजस्थान के कार्यक्रमों के आयोजन और सभी हितधारकों को बाल विवाह की रोकथाम की शपथ लेने के निर्देश दिये थें। गांवों में अभी भी बाल विवाह के चलन को देखते हुए यह अधिसूचना भारत से पूरी तरह बाल विवाह को समाप्त करने के प्रयासों में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

महिला एवं बालिकाओं के नेतृत्व में बाल विवाह मुक्त (Child Marriage Free) भारत लक्ष्य को साकार करने के लिए 16 अक्टूबर को सायः 6ः00 बजे से 9ः00 बजे तक टोंक जिले के विभिन्न गाॅवों में, मोमबत्ती व मशाल जुलस निकाले गए, और शपथ ली गई कि हम अपने समुदाय में बाल विवाह के खिलाफ हर संभंव प्रयास करेंगे एंव सुनिश्चित करेंगे कि हमारे पड़ोस और समुदाय में किसी बच्चे का बाल विवाह न होने पाए और ऐसे किसी भी प्रयास के बारे में सुचित करने की जिम्मेदारी हमारी होगी।
बच्चों की शिक्षा एंव बाल मजदूरी, बाल यौन शौषण जैसे किसी भी अन्याय और शोषण के खिलाफ सुरक्षा के लिए भी आवाज बलंद करेंग।समस्त कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम स्तरीय महिला संगठन, सरकारी एंव गैर सरकारी स्कूल के शिक्षक ,छात्र छात्राओं, सिकोईडिकान निवाई शाखा प्रभारी श्रीमति अनीता शर्मा, परियोयना समन्वयक श्री देवेन्द्र कुमार, श्री रजीउददीन जी,चन्दन जी तथा मोबेलाईज़र प्रदीप, लोकेश, कोमल, हनुमान, सांवरमल, गणेश, जीतराम ,सुरज्ञान,सांवर,नितू,किरण,ज्यो ती,विष्णु,पूरण,हरेन्द्र का बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने में विशेष
योगदान रहा।
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