सीवरेज के काम में RUIDP कर्मचारियों की मनमानी

आरयूआईडीपी ( RUIDP) की ओर से टोंक शहर में सीवरेज लाइन डालने के लिए किए जा रहे काम में ‘मुफ्त का चंदन घिस मेरे नंदन’ वाली कहावत चरितार्थ कर रहा है। सीवरेज काम करने वाले मजदूर काम अधूरा छोड़ने की धमकी देकर घरों से जबरन बिजली का उपभोग कर रहे हैं। ऐसे में लोगों को सरकार की ओर से दी जा रही 100 यूनिट फ्री बिजली का लाभ मिलना भी मुश्किल हो गया है। करीब 1 महीने से ऐसे ही हालात बने हुए है। सीवरेज की लाइन जोड़ने के नाम पर प्रति घर से 500 रुपए चार्ज भी वसूल रहे हैं और इसकी रसीद भी नहीं दे रहे हैं। रसीद मांगने पर काम अधूरा छोड़कर जाने की धमकी देते हैं।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय पर करीब 4-5 साल से सीवरेज का काम चल रहा है। मैन लाइन डाली जा चुकी है और अब काम अंतिम चरण में है। करीब एक महीने से सीवरेज की मैन लाइन से मकानों के लेट-बाथ की पाइपलाइन कनेक्ट की जा रही है, लेकिन इसमें रोड खोदने के लिए ड्रील मशीन के लिए बिजली की व्यवस्था RUIDP के कर्मचारी अपने स्तर पर नहीं कर रहे हैं, बल्कि आसपास के घरों से बिजली का उपभोग कर रहे हैं। जब लोग इसका विरोध करते हैं और सीवरेज का काम करने वाले मजदूर कहते हैं, हमारे पास बिजली का अन्य कोई स्रोत नहीं है। बिजली नहीं दी तो काम बंद हो जाएगा। RUIDP के कर्मचारियों की मनमानी यही नहीं थम रही है, वो प्रति मकान से सीवरेज लाइन से जोड़ने के लिए 500 रुपए ले रहे हैं। लोगों ने कहा कि जब यह काम निशुल्क है तो हमसे 500 रुपए किस बात के लिए जा रहे हैं। इसके अलावा इन 500 रुपए की कोई रसीद भी नहीं दी जा रही है। जब इस मामले को लेकर RUIDP अधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
बिना रसीद दिए हर परिवार से ले रहे हैं 500 रुपए
भीम सेना के जिलाध्यक्ष अशोक बैरवा ने बताया कि सीवरेज लाइन से जोड़ने के लिए हर घर से 500 रुपए लिए जा रहे हैं, जो गलत है। उन्होंने कहा कि इन रुपयों की रसीद भी नहीं दी जा रही है। इसके अलावा घरों की पाइप लाइन को सीवरेज लाइन से जोड़ने के लिए आरयूआईडीपी के मजदूर घरों से बिजली ले रहे हैं, जिसका बिल ज्यादा आएगा।
सीवरेज चैंबर से रिसाव होने से रोड पर फैल रहा गंदा पानी
लोगों ने बताया कि मकानों की सीवरेज लाइन से कई जगह लाइन जोड़ दी है, लेकिन इसमें लापरवाही बरतने से चैंबर से बाहर रिसाव हो रहा है और गंदा पानी रोड पर फैल रहा है।