सहस्त्रकूट विज्ञा तीर्थ गुन्सी मे गुरु मां विज्ञा श्री माताजी का भव्य मंगल प्रवेश

सहस्त्रकूट विज्ञा तीर्थ गुन्सी मे महिलाओं ने बेन्डबाजो के साथ गुरु मां की भव्य अगुवानी की।
राज्य भर से आये श्रद्धालुओं ने गुरु मां को चढ़ाया श्री फल, सभी भक्तों ने लिया आशीर्वाद
गुन्सी (अपना टोंक ) : सकल दिगम्बर जैन समाज के द्वारा भारत गौरव गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी संघ का णमोकार महिला जयधोष की धुनों पर गांव गुन्सी स्थित सहस्त्रकूट विज्ञा तीर्थ पर मंगल प्रवेश हुआ। जैन समाज के प्रवक्ता विमल जौंला ने बताया कि आर्यिका माताजी संघ रविवार को सुबह निवाई से पद विहार कर नसियां जैन मंदिर राधादामोदर सर्किल जमात रोड चेनपुरा फाटक जयपुर रोड मुंडिया गांव होते हुए गाजेबाजे से सहस्त्रकूट विज्ञा तीर्थ पर मंगल प्रवेश किया जहाँ मुख्य द्वार पर सुनील भाणजा महावीर प्रसाद छाबड़ा नरेश बडा़गांव अरविन्द जैन जितेन्द्र जैन हितेश छाबड़ा मनोज जैन मुकेश बनेठा विमल सोगानी दिनेश सोगानी लालचंद कठमाणा धर्मचंद नेहरु कोमल जैन कविता भाणजा उर्मिला सोगानी एवं णमोकार जयधोष की महिलाओं ने मिलकर बेन्डबाजो सहित अनेक समाज बंधुओं ने आर्यिका माताजी की पादप्रक्षालन आरती करके भव्य अगुवानी की। कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए निवाई चाकसू एवं जयपुर की समाज के श्रद्धालुओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।
इस दौरान समाज बंधुओं के साथ पहली बार सहस्त्रकूट विज्ञा तीर्थ पर 2023 का वर्षायोग के लिए जैन आर्यिकाओ ने चरण प्रस्थान किए। जौंला ने बताया कि सहस्त्रकूट विज्ञा तीर्थ पहुंचने पर सभी आर्यिकाओ ने तीर्थ स्थल का मुआयना किया। इस दौरान सहस्त्रकूट विज्ञा तीर्थ के सदस्यों ने गुरुमां के चरणों में चातुर्मास हेतु अर्ध्य समर्पण किया गया। इस अवसर पर गणिनी आर्यिका विज्ञा श्री माताजी ने श्रद्धालुओं को कहा कि संसार एवं मोक्ष का सम्पूर्ण व्यवहार विश्वास की आधारशिला पर अवस्थित है। उन्होंने कहा कि सम्यक दर्शन सम्यक ज्ञान सम्यक चारित्र एवं सच्ची श्रद्धा सच्चा ज्ञान और यथार्थ आचरण के बल पर यह जीव संसार सागर पार कर सकता है।सच्ची आस्था के बल पर इन्सान भगवान बन जाता है।परमात्मा के प्रति आस्था के दीप जलाने वाला स्वयं परमात्मा बन जाता है।
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