मीणा समाज के देवड़वाल गोत्र के कुलदेव श्री नायल भोमिया बाबा के मेले में उमड़े लाखों श्रद्धालु

मीणा समाज के देवड़वाल गोत्र के कुलदेव श्री नायल भोमिया बाबा के मेले में उमड़े लाखों श्रद्धालु
जमवारामगढ़/भरत देवड़वाल*
(न्यूज़ अपना टोंक)  –  मीणा समाज के देवड़वाल परिवार के कुलदेव श्री नायल भोमिया बाबा के मेले में वर्तमान विधायक गोपाल मीणा सहित कहीं मीणा समाज के अधिकारियों नेता पधारे उनका समस्त देवड़वाल गोत्र की ओर से मेले में भब्य स्वागत किया गया, मेले में मीणा समाज के कहीं नेता जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा लगा भोमिया बाबा के दरबार में सभी पधारें हुए समाज के अधिकारियों नेताओं व प्रतिभाशाली युवा छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया,    श्री नायल भोमिया बाबा मीणा समाज के देवड़वाल गोत्र के कुलदेव हैं, समस्त देवड़वाल परिवार की और से प्रतिवर्ष शरदीय प्रथम नवरात्रा को भव्य मेला भंडारा आयोजित किया जाता हैं, ये मेला देवड़वाल परिवार का सद्भावना मेला लगता है, श्री नायल भोमिया बाबा क्यारा झोल ग्राम पंचायत मानोता तहसील जमवारामगढ़ जिला जयपुर में स्थित है, लोगों की आस्था का केंद्र बनता जा रहा है श्री नायल भोमिया बाबा का मंदिर चबूतरा,

*नायल भोमिया बाबा क्यारा  का एक नजर इतिहास*

मीणा समाज आदिवासी  लाली और लुमेदी मीणा का संघर्ष और देवड़वाल गोत्र की माइक्रो हिस्ट्री देवड़वाल गोत के आदि पुरुष देवड़ जी की पत्नी सांपा सिहरी के चार पुत्र हुए जिन्होंने क्यारा में राज किया आगे इस वंश में लाखन सिंह हुए उनके पुत्र भीकम देव के दो विवाह हुए रणधीर उषारा की पुत्री सुषमा,और खरत महर की पुत्री पारां से | जिनके 12 पुत्र और 2 पुत्रियाँ लाली और लुमेदी हुए | 12 पुत्रो में नायल शक्तिशाली थे ( मंगल सिंह के लिए कहा जाता है यह दोस्त था नायल का ) झोल इनकी राजधानी थी।

*नाहिल सिंह बड़े थे। वे महान पराक्रमी थे। इनकी कुल देवी चावंड-माता*

नाहिल सिंह बड़े थे। वे महान पराक्रमी थे। इनकी कुल देवी चावंड माता है उन्होने क्यारा से जा नायला राज्य का निर्माण किया।नायला के पास बचलाना जिसे आज बुज कहते इनका समृद्धशाली गांव था।यहाँ आज भी महल भवन खंडहर स्वरुप में देखे जाते है। इस वंश से कच्छवाह और तुर्कों से लम्बा संघर्ष चला | इस संघर्ष में इस परिवार ने बहुत त्याग किया पिता भीकम की अनुपस्थिति में हुए आक्रमण में नायल सिंह,मंगल सिंह दोनों भाई और लाली और लुमेदी ने ऐसी वीरता दिखाई जिससे दुश्मन अचम्भित हो गये | उनको कई बार हार का मुहं देखना पड़ा पर *अंत में दोनों भाई भोमिया हुए साथ ही दोनों बहिनों ने हजारो दुश्मनों को निढाल करने के बाद देश और अपनी भूमि की रक्षा में शहिद हुई लाल लूगडी बांध मुंडासो लाली धर लीयो चांवड के दे ढोक नंगारो रण को बजा दियो दो हाथ्यां दस दस तुर्कन कु मटियामेट कियो लाली बणगी रनचंडे पूरब परवेश कियो* *तुरक खेत हुए पूरब सारे उत्तर दिशी दंकाली अल्ला अल्ला सुमरे अब आगी दीसे लाली नायल मंगल दक्षिन चौरी घट कु भरे भवानी बृजलाल जागा थर्रावे सुण लाली की बानी बृजलाल जागा की यशकीर्ती गायन के कुछ अंश* जो कवि विजय सिंह जी ने जे पी कालोनी जयपुर मे 80 के दशक मे बाबा की थडी पर उनसे मुलाकात के दौरान नोट किये थे मध्यकाल में इससे पहले आदिवासी नारी शक्ति की ऐसी वीरता,शौर्य और देश की रक्षार्थं बलिदान का दृष्टांत देखने को नहीं मिलता | जिनके स्मारक बने हुए है | आज का नायला नायल सिंह देवड़वाल के ही नाम से बसा हुआ है | भीकम के वंशजों में बडरावत – बिचलाना,झोल सी – झोल,माना – मनोता,अलग राय – अलूदा,सोवल सी – सांवलो-करेडा के मुखिया बने | कायल से-कालोत गोत्र चला | इस गोत्र के मेव भी है | यह गोत्र अलग अलग क्षेत्रो में अलग अलग नामों से जाना जाता है | देडवाल, देवड़वाल देरवाल, देरवाड, देटवाल, देवटवाल,डेडवाल,और कालोत कहा जाता है | इस गोत्र प्रभाव क्षेत्र बहुल इलाका विशेष कर जमवारामगढ़ क्षेत्र है वैसे राजस्थान के कहीं जिलों में देवड़वाल गोत्र के लोग निवास करते हैं जिनका प्रभाव राजस्थान के कहीं जिलों में भी देखने को मिलता हैं वर्तमान समय में राजस्थान के कहीं जिलों निवास करते हैं|
*मीणा समाज के देवड़वाल वंश के कुलदेवता है भोमिया बाबा*
देवड़वाल वंश के भोमिया बाबा का लक्की मेला भंडारा प्रथम नवरात्रा को लगता है जिसमें राजस्थान के कहीं जिलों तहसिलो से देवड़वाल गोत्र के लोग पद यात्रा के रूप में एवं दंडवत करते लोग दूरदराज़ से श्री नायल भोमिया बाबा क्यारा झोल ग्राम पंचायत मानोता तहसील जमवारामगढ़ जिला जयपुर में स्थित भोमिया बाबा के दरबार में प्रथम नवरात्रा को आतें हैं विशेष कर लोग ढोक देने इस प्रथम नवरात्रा के भोमिया जी महाराज के मेले में मीणा समाज के कहीं जनप्रतिनिधियों नेताओं पदाधिकारी उपस्थित होते हैं समाज के इस सद्भावना मेले में समाज के प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित किया जाता हैं साथ समाज की संस्कृति पर आधारित पद दंगल कार्यक्रम भी चलता रहता है कुलमिलाकर देवड़वाल गोत्र के कुल देवी नायल भोमिया बाबा का लक्की मेला 15-10-2023,भंडारा देखने लायक है, मानोता ग्रामपंचायत झोल कैलाशपुरी नायल भोमिया बाबा की दिव्य शक्ति के कारण
 जन आस्था का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है दिनों दिन।
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Surendra Jain

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